राँची: झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन (Hemant Soren) ने अपनी सरकार के चार साल मुकम्मल होने पर शुक्रवार को राँची के मोरहाबादी मैदान में मनायी एक तिलक विधि से भाषण करते हुए कुछ महत्वपूर्ण ऐलानात किए। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार कबाइलों और दलित कुलीनों के 50 साल से ऊपर के सभी व्यक्तियों को सरकारी पेंशन देगी। अब तक 60 साल या उससे ज़्यादा की उम्र के लोगों को यह फायदा मिलता रहा है।
झारखण्ड वीरों का राज्य है। यह राज्य हमें लड़ कर मिला है, भीख में नहीं। अनेक लोगों की शहादत इस मिट्टी में हुई है। पूरे राज्य के कोने-कोने में आप उन अमर वीर शहीदों की वीरता की कहानी सुनेंगे जो राज्य के आदिवासी-मूलवासी के हक-अधिकार और जल, जंगल, जमीन की रक्षा के लिए लड़ते रहे।… pic.twitter.com/bX3B7vWZyX
— Hemant Soren (@HemantSorenJMM) December 29, 2023
हेमंत सोरेन ने अपने भाषण में और कहा कि ग्रेड 9 से लेकर 11 तक के छात्रों को बेहतरीन शिक्षा संस्थानों में पढ़ाई के लिए सरकार ग्रोजी क्रेडिट कार्ड योजना के तहत किसी गैरेंटी के क़र्ज़ भी देगी। यह क़र्ज़ छात्रों को मिलाजुला रोजगार प्राप्त करने के बाद आसान किस्तों में लौटाएंगे। इस दौरान सोरेन ने पी डी एस डीलर्स के कमीशन को बढ़ाने, बेटियों की पढ़ाई में आर्थिक मदद करने जैसे कई अन्य ऐलानात भी किए।
आने वाले वर्षों में लोकसभा और विधानसभा चुनावों के मद्देनज़र यह ऐलानात सरकार का मास्टर स्ट्रोक माना जा रहा है। सोरेन ने तिलक के दौरान मौजूद शामिलों से भाषण करते हुए कहा कि उनकी सरकार राज्य के क़बाइलों, दलितों, पिछड़ों, युवा, महिलाएं, बड़ज़ौ आदि की मदद के लिए हमेशा खड़ी है। राज्य में जब डबल इंजन सरकार थी तो आम दिनों में लोग भूख से मर रहे थे। मौजूदा सरकार ने कोरोना संकट में भी यक़ीनी बनाया कि हर व्यक्ति को खाना और सुरक्षा मिले। पहले की सरकारों ने 20 साल में सिर्फ 16 लाख लोगों को पेंशन दी, जबकि उनकी सरकार ने 36 लाख 20 हजार लाभार्थियों को पेंशन से जोड़ा है। हर ग़रीब को सरकार के किसी न किसी योजना का फ़ायदा मिल रहा है।
पूर्व की सरकारों ने 20 वर्ष तक कोई काम नहीं किया। जरूरतमंद लोग बेबस रहने को मजबूर हुए। असहाय लोगों को पलायन करना पड़ा। पूर्व की सरकारें आपको अधिकार देने के बदले अपनी जेबें भरने में लगी रहती थी।
आपको मालूम होगा कि डबल इंजन की सरकार में 11 लाख गरीबों का राशन कार्ड डिलीट कर दिया… pic.twitter.com/uXX19YBks4— Hemant Soren (@HemantSorenJMM) December 29, 2023
सरकार की तरफ से हाल ही में शुरू ‘आबाओ रहायश परियोजना’ का तज़क़रा करते हुए मुख्यमंत्री सोरेन (Hemant Soren) ने कहा कि इसके तहत राज्य के आठ लाख ग़रीबों को तीन कमरों पर मुश्तमिल सुविधा युक्त रहायश मिलेगी। इसके लिए लोग निशान जड़ कर लिए गए हैं। सोरेन ने कहा कि उन्होंने मर्ज़ से राज्य के सभी ग़रीबों की रहायश के लिए इमदाद मांगी थी, लेकिन उन्होंने इनकार कर दिया। अब हम अपने वसाइले से हर ग़रीब के सिर पर छत महिया कराएंगे।
सरकार के चार साल का रिपोर्ट कार्ड पेश करते हुए सोरेन ने कहा कि हमारी सरकार बनने के तुरंत बाद दो साल तक कोरोना और ख़ुशक साली जैसा चैलेंज रहा। लॉकडाउन में दुनिया ठम गई थी, लेकिन हमारी सरकार ने राज्य में कोई अफ़रा तफ़री नहीं होने दी। झारखंड ने ऑक्सीजन सप्लाई कर मुल्क भर के लोगों की जान बचाई।
कुछ साल पहले केंद्र सरकार द्वारा किसानों को कमजोर करने के लिए किसान विरोधी कानून लाया गया था। मगर यह कृषि प्रधान देश है। किसानों के संघर्ष के आगे आखिरकार केंद्र सरकार को झुकना पड़ा।
क्योंकि अधिकार गरीबों को मिलता नहीं है। इसके लिए लड़ना पड़ता है। आज हमारे साथ भी वही रवैया अपनाया… pic.twitter.com/7t1i3x0dX9— Hemant Soren (@HemantSorenJMM) December 29, 2023
अपनी सरकार को क़बाइलों और वास्तविक बासींदों के हक़ूक़ से मतलब बताते हुए मुख्यमंत्री सोरेन (Hemant Soren) ने कहा कि राज्य बनने के बाद जिन की सरकार बनी उन्होंने झारखंड का बुरा हाल कर दिया। लोग हाथ में राशन कार्ड लेकर मर गए। उन्होंने कहा कि “हमने चुनाव के वक़्त कहा था हमारी सरकार दिल्ली और रांची से नहीं चलेगी। आज ‘आप की योजना, आप की सरकार, ‘आप के दुआर’ प्रोग्राम के ज़रिए गाँवों से सरकार चल रही है।”
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तिलक के दौरान मुख्यमंत्री सोरेन (Hemant Soren) ने विभिन्न विभागों में खाली पदों के लिए कई उम्मीदवारों के दरमियान तैयारी नामा भी तक्षिश की। तिलक में इंट्राखंड टनल हादसे में फंसे राजेंद्र बिड़िया को भी तक़रारी नामा सौंपा गया। इस दौरान उन्होंने 3698 करोड़ के 323 परियोजनों का शिलान्यास रखा और 850 करोड़ के 20 परियोजनों का उद्घाटन किया। प्रोग्राम में जे एम एम चीफ शीबो सोरेन समेत राज्य सरकार के कई मंत्रियों भी मौजूद रहे।